सखि री तू लागे है बड़ी प्यारी!
मैं तुझसे मिलने आउ तेरे घर !!
मेरे पिया का घर तेरे घर के पास !
उनके दरशन को मैं तुझसे मिलने आउ !!
रूठे हैं पिया मेरे मुझसे !
उन्हे मनाने मैं तुझसे मिलने आउ!!
तू उनसे जिरह कर मेरे लिए!
वो माने तो, मैं तेरे बलिहारी जाउ!!
सखी री तू लागे हैं.................शोभा........
wahhh....ati sundar...!!
ReplyDeleteवाह प्यार के पलों की गज़ब की चाह समर्पण के साथ !!!!!!!!!!!!Nirmal Paneri
ReplyDeleteKAISE NAHI MANEGA PIYAA MOHAN MURLIWALA ...BAHUT SUNDER KAVITA....PAHLA CREATION BAHUT HI BADHIYA....HONHAAR K PAANV PALNE ME HI DIKH JATE HAIN
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