वाह, बढिया है
भावों से नाजुक शब्द....
कल 13/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
bahut sundar.
"आनंदित" हूँ"विचलित" नहीं हूँ आपकी यह प्रस्तुति नई पुरानी हलचल की शोभा बनी,यह जानकर बहुत खुशी हुई,शोभा जी.सुन्दर भाव मन को भावविभोर कर रहें हैं.अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार.मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
बस बंधन ही तो है नियति ..
bahut khub :)mere blog par aapka swagat hai.
वो बंधन खूबसूरत है जिसे दिल ने प्यार से स्वीकार किया है
सुन्दर....सादर.....
बहुत कुछ समेट दिया आपने छोटी सी रचना में , बहुत खूब शोभा जी
वाह सच में खूबसूरत पेशकश
aap sabhi ka bahut bahut dhanywad !!
वाह, बढिया है
ReplyDeleteभावों से नाजुक शब्द....
ReplyDeleteकल 13/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
bahut sundar.
ReplyDelete"आनंदित" हूँ"विचलित" नहीं हूँ
ReplyDeleteआपकी यह प्रस्तुति नई पुरानी हलचल की शोभा बनी,
यह जानकर बहुत खुशी हुई,शोभा जी.
सुन्दर भाव मन को भावविभोर कर रहें हैं.
अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार.
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
बस बंधन ही तो है नियति ..
ReplyDeletebahut khub :)
ReplyDeletemere blog par aapka swagat hai.
वो बंधन खूबसूरत है जिसे दिल ने प्यार से स्वीकार किया है
ReplyDeleteसुन्दर....
ReplyDeleteसादर.....
बहुत कुछ समेट दिया आपने छोटी सी रचना में , बहुत खूब शोभा जी
ReplyDeleteवाह सच में खूबसूरत पेशकश
ReplyDeleteaap sabhi ka bahut bahut dhanywad !!
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